इस्लाम में स्त्री की दुर्गति


 


इसमें लिखे सारे प्रमाण कुरान और 2 हदीस (सहीह बुखारी और सहीह मुस्लिम )से लिए गए है इसलिए कोई भी इसे गलत साबित नहीं कर सकता.

1-औरत को खेती की तरह जोतो :-
"औरतें तुम्हारे लिए खेती के समान है ,तो खेती में जैसे चाहो हल चलाओ "
(कुरान -2 :223)
अबू हुरैरा ने कहा कि रसूल ने कहा यदि कोई औरत पति के बुलावे पर तुरंत सम्भोग के लिए तैयार नही होती , तो जन्नत क फ़रिश्ते उस पर तब तक धिक्कार करते रहते हैं , जब तक वह सम्भोग नही करवा लेती "
(सहीह मुस्लिम -किताब 8हदीस 3367)
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2-.पति का दर्जा पत्नी से ऊँचा :-
"हाँ परुषों को स्त्रियों पर एक दर्जा प्राप्त है "
('कुरान -2:228)
" इमरान ने कहा कि रसूल ने बताया ,मैंने जब जहन्नम की तरफ देखा तो वहाँ अधिकांश औरतें ही भरी थी ''
(सहीह बुखारी- जिल्द 7 किताब 62 हदीस 126)
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3- विरासत में पुरषों को स्त्रियों से दोगुना हिस्सा :-
" पुरुष का हिस्सा दो स्त्रियों के हिस्से के बराबर है "
(कुरान 4:21 )
" हुजैल बिन शीरबाहिल ने कहा कि अबू मूसा ने रसूल से विरासत में पुत्री ,पुत्र की लड़की और बहिन के हिस्से के बारे में सवाल किया , तो रसूल बोले पुत्री का आधा हिस्सा और बहिन का भी आधा भाग होगा "
(सहीह बुखारी -जिल्द 8 किताब 80 हदीस 728)
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4-.औरतों की गवाही मर्दों से आधे बराबर
अपने पुरुषों में से दो गवाहों की गवाही कर लो यदि दो पुरष न हों तो एक पुरष के लिए दो स्त्रियों को गवाह बना लो "
(कुरान -2:282)
सईदुल खुदरी ने कहा कि रसूल ने बताया ओरतों की गवाही पुरुषों से आधे के बराबर इसलिए मानी जाती है ,क्योंकि उनकी समझ में कमी होती है
('सहीह बुखारी- जिल्द 3 किताब 48 हदीस 826)
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5- हलाला या व्यभिचार
यदि कोई अपनी पत्नी को तलाक दे दे ,तो उस स्त्री के लिए जायज नही होगा जब तक वह किसी दूसरे पति से शादी न कर ले और वह पति भी तलाक दे दे तब इन दौनों के लिए एक दूसरे कि तरफ पलटने में कोई दोष नही होगा "
(कुरान-2:230)
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6-पकड़ी गयी औरतें स्वामी की संपत्ति
तुम्हारी लिए ऎसी स्त्रियां हराम हैं ,जो किसी के निकाह में हों , सिवाय उनके जो पकड़ कर तुम्हारे कब्जे में आगयी हों "
(कुरान -4:24 )
आयशा ने कहा कि रसूल इतने सदाचारी थे कि पराई स्त्रियों पर हाथ भी नहीं लगाते थे , लेकिन पकड़ी गयी औरतों के साथ सम्भोग किया करते थे "
(सहीह बुखारी -जिल्द 9 किताब 89 हदीस 321)
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7- पुरुषो के लिए चार पत्नियां :-
तुम चाहो तो दो - दो ,तीन-तीन , और चार पत्नियां रख सकते हो " (कुरान- 4:3)
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8-पत्नी को जब चाहो पीटो :-
यदि तुम्हारी औरतें बात नहीं माने ,तो उनको मारो और पीटो ,ताकि वह तुम्हारी बातें मानने लगें "
(कुरान- 4:34)
इकिरिमा ने कहा कि एक औरत आयशा के पास गयी और अपने बदन पर पड़े हरे नीले निशान दिखा कर बोली कि मुझे मेरे पति ने पीटा है ,जिस से खूब दर्द हो रहा है .आयशा ने उसे रसूल के पास भेज दिया . रसूल ने स्त्री के पति को बुलाया , उसने कहा इस औरत ने मुझे नपुंसक कहा था तब उस व्यक्ति ने अपने दो बच्चे दिखा दिये ,जो पिता की तरह काले थे . तब रसूल बोले यह औरत झूठी है .तुमने इस पीट कर कोई गुनाह नहीं किया
("सहीह बुखारी -जिल्द 7 किताब 72 हदीस 715)

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