बौद्ध धर्म और विज्ञान


 बौद्ध धर्म और विज्ञान

1- "4 लाख करोड़ द्वीप के बीच समुद्र है और इसी समुद्र के बीच यह पृथ्वी है।
-ललितविस्तर- जन्मपरिवर्त- 24(पृ०196)
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2-सूर्य पृथ्वी का चक्कर लगाता है और सूर्य चंद्रमा अष्टांग नामक पर्वत से उदय होते है और वही अस्त होते है, यह पर्वत ही इनका निवास स्थान है,
-ललितविस्तर - त्रपुष भल्लीपरिवर्त- 1365 (पृ०732)
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3-बोधिसत्व विपस्सी बुद्ध क्षत्रिय कुल में जन्म लेते हैं और उन्होंने 80,000 साल की आयु पाई।
-(सुत्तपिटक, दीघनिकाय, महावग्ग- महापदान सुत्त)

https://tipitaka.fandom.com/wiki/Maha-padana_Sutta
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4-"राजा महासुदर्शन ने 84000 वर्षों तक बालक्रीड़ा की, 84000 वर्षों तक वे युवराज रहे, 84000 तक राज्य करते रहे, 84000 तक गृहस्थ रहते हुए भी उन्होंने प्रासाद में ब्रह्मचर्य का पालन किया।
( सुत्तपिटक, दीघनिकाय, महावग्ग, महासुदर्शन सुत्त)

https://tipitaka.fandom.com/wiki/Maha_Sudassana_Sutta
यानी ८४०००×४= ३,३६००० वर्ष। वाह वाह! तीन लाख छत्तीस हजार साल तक महासुदर्शन राजा जीता रहा
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5-मुर्गियाँ हवां चलने से, और बगुलों को मेघ के गरजने से गर्भवती होती है
(त्रिपिटक-मिलिन्दपञ्ह ,मेण्डकपञ्हों , गब्भावक्कन्तिपञ्हो)
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6-साकेत नगरी में बुद्ध ने धरती को फाडकर लोगों को नर्क के दर्शन करवाये थे और बुद्ध ने आकाश को दो भागों में फाडकर ब्रह्मलोक दिखाया था।
(विशुद्धि मार्ग भाग- 2, परिच्छेद - 12 ,पृ०16)
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7- चन्द्रग्रहण तब होता है, जब राहु नामक दैत्य चन्द्रमा को ग्रस लेता है।इसी प्रकार सूर्य ग्रहण का वर्णन किया गया है। बुद्ध चंद्रमा और सूरज पे जाकर उनको राहु से मुक्त करते है और इस प्रकार सूर्य और चद्र ग्रहण का अंत होता है .
(त्रिपिटक-संयुत्तनिकाय , देवतासंयुत्तं - चन्दिमसुत्तं)
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8-बुद्ध लाखो में विभक्त होकर एक हो जाते थे ..बुद्ध खुद को बहुत विशाल ओर खुद को चीटी जैसा छोटा भी कर लेते थे ..
(त्रिपिटक-सुत्तपिटक, मज्झिम निकाय )
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9-त्रिरत्न पर विश्वास करने वाली स्त्री 7 वर्षो तक गर्भवती रह सकती है और उसको दर्द भी नहीं होता
(त्रिपिटक -खुद्दक निकाय , उदान वर्ग , मुचलिंद वर्ग)
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10- महामाया के गर्भ में जन्म बुध्द के रूप में लेने वाले बोधिसत्व दायीं तरफ छ: दांतों वाले गजवदन रूप (हाथी के रूप) में महामाया के गर्भ में विद्यमान हैं।
(ललितविस्तर -'गर्भावक्रांतिपरिवर्त')

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