स्त्री कभी बुध्द नहीं बन सकती

तिपिटक - अङ्गुत्तरनिकाय : 15 अट्ठानपाळि -2 दुतियवग्गो


279. ‘‘अट्ठानमेतं, भिक्खवे, अनवकासो यं इत्थी अरहं अस्स सम्मासम्बुद्धो। नेतं ठानं विज्‍जति। ठानञ्‍च खो, एतं, भिक्खवे, विज्‍जति यं पुरिसो अरहं अस्स सम्मासम्बुद्धो। ठानमेतं विज्‍जती’’ति।
279. भिक्षुओं, यह असंभव है कि एक महिला सभी जानने वाली बुद्ध बन सके, स्त्री सही ढंग से बुद्ध नहीं हो सकती है। यह संभव है कि एक पुरुष सभी जानने वाला बुद्ध बन सके , पुरुष ही उचित रूप से प्रबुद्ध हो सकता है।

280. ‘‘अट्ठानमेतं , भिक्खवे, अनवकासो यं इत्थी राजा अस्स चक्‍कवत्ती। नेतं ठानं विज्‍जति। ठानञ्‍च खो एतं, भिक्खवे, विज्‍जति यं पुरिसो राजा अस्स चक्‍कवत्ती। ठानमेतं विज्‍जती’’ति।
280. भिक्षुओं, यह असंभव है कि एक महिला सार्वभौमिक सम्राट हो सकती है। यह संभव है कि एक आदमी पुरुष सम्राट हो सकता है।

‘‘अट्ठानमेतं, भिक्खवे, अनवकासो यं इत्थी सक्‍कत्तं कारेय्य। नेतं ठानं विज्‍जति। ठानञ्‍च खो, एतं, भिक्खवे, विज्‍जति यं पुरिसो सक्‍कत्तं कारेय्य। ठानमेतं विज्‍जती’’ति।
281. भिक्षुओं, यह असंभव है कि एक महिला देवताओं का राजा हो सकती है। यह संभव है कि कोई पुरुष देवताओं का राजा हो।


282‘‘अट्ठानमेतं, भिक्खवे, अनवकासो यं इत्थी मारत्तं कारेय्य। नेतं ठानं विज्‍जति। ठानञ्‍च खो, एतं, भिक्खवे, विज्‍जति यं पुरिसो मारत्तं कारेय्य। ठानमेतं विज्‍जती’’ति।
282. भिक्षुओं, यह असंभव है कि एक महिला मृत्यु का राजा हो (Mara)। यह संभव है कि कोई पुरुष मृत्यु का राजा हो {Màra}

283‘‘अट्ठानमेतं, भिक्खवे, अनवकासो यं इत्थी ब्रह्मत्तं कारेय्य। नेतं ठानं विज्‍जति। ठानञ्‍च खो, एतं, भिक्खवे, विज्‍जति यं पुरिसो ब्रह्मत्तं कारेय्य। ठानमेतं विज्‍जती’’ति।
283. भिक्षुओ, यह असंभव है कि एक महिला सर्वोच्च दिव्य ब्रह्म हो। {ब्राह्म} यह संभव है कि एक पुरुष सर्वोच्च दिव्य ब्रह्म हो 

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