72 हूर सत्य या मिथ्या




प्रमाणिक हदीसों में 72 हूरो वर्णन


  • حَدَّثَنَا هِشَامُ بْنُ خَالِدٍ الأَزْرَقُ أَبُو مَرْوَانَ الدِّمَشْقِيُّ، حَدَّثَنَا خَالِدُ بْنُ يَزِيدَ بْنِ أَبِي مَالِكٍ، عَنْ أَبِيهِ، عَنْ خَالِدِ بْنِ مَعْدَانَ، عَنْ أَبِي أُمَامَةَ، قَالَ قَالَ رَسُولُ اللَّهِ ـ صلى الله عليه وسلم ـ ‏ "‏ مَا مِنْ أَحَدٍ يُدْخِلُهُ اللَّهُ الْجَنَّةَ إِلاَّ زَوَّجَهُ اللَّهُ عَزَّ وَجَلَّ ثِنْتَيْنِ وَسَبْعِينَ زَوْجَةً ثِنْتَيْنِ مِنَ الْحُورِ الْعِينِ وَسَبْعِينَ مِنْ مِيرَاثِهِ مِنْ أَهْلِ النَّارِ مَا مِنْهُنَّ وَاحِدَةٌ إِلاَّ وَلَهَا قُبُلٌ شَهِيٌّ وَلَهُ ذَكَرٌ لاَ يَنْثَنِي ‏"‏ ‏.‏ قَالَ هِشَامُ بْنُ خَالِدٍ مِنْ مِيرَاثِهِ مِنْ أَهْلِ النَّارِ يَعْنِي رِجَالاً دَخَلُوا النَّارَ فَوَرِثَ أَهْلُ الْجَنَّةِ نِسَاءَهُمْ كَمَا وُرِثَتِ امْرَأَةُ فِرْعَوْنَ ‏.‏

अबू उमाम ने  बताया कि  अल्लाह के रसूल (ﷺ) ने फरमाया: "ऐसा कोई नहीं है जिसे अल्लाह जन्नत में स्वीकार करे, लेकिन अल्लाह उससे 72 पत्नियों से शादी करेगा, दो हूर से और सत्तर लड़कियों से जो उसकी विरासत जहन्नुम में है।  जिनमें से सभी लड़कियों के सामने झिल्लीदार वांछनीय मार्ग होंगे और उसके पास एक पुरुष होगा जो कभी भी अस्थिर नहीं होगा क्यूंकि वो सभी लड़कियां मनमोहक और रसीली होगी .


(सुन्न इब्न माजाह -खंड 5 पुस्तक 37 हदीस 4337)



  • حَدَّثَنَا عَبْدُ اللَّهِ بْنُ عَبْدِ الرَّحْمَنِ، حَدَّثَنَا نُعَيْمُ بْنُ حَمَّادٍ، حَدَّثَنَا بَقِيَّةُ بْنُ الْوَلِيدِ، عَنْ بَحِيرِ بْنِ سَعْدٍ، عَنْ خَالِدِ بْنِ مَعْدَانَ، عَنِ الْمِقْدَامِ بْنِ مَعْدِيكَرِبَ، قَالَ قَالَ رَسُولُ اللَّهِ صلى الله عليه وسلم ‏ "‏ لِلشَّهِيدِ عِنْدَ اللَّهِ سِتُّ خِصَالٍ يُغْفَرُ لَهُ فِي أَوَّلِ دَفْعَةٍ وَيَرَى مَقْعَدَهُ مِنَ الْجَنَّةِ وَيُجَارُ مِنْ عَذَابِ الْقَبْرِ وَيَأْمَنُ مِنَ الْفَزَعِ الأَكْبَرِ وَيُوضَعُ عَلَى رَأْسِهِ تَاجُ الْوَقَارِ الْيَاقُوتَةُ مِنْهَا خَيْرٌ مِنَ الدُّنْيَا وَمَا فِيهَا وَيُزَوَّجُ اثْنَتَيْنِ وَسَبْعِينَ زَوْجَةً مِنَ ‏"‏ ‏.‏ قَالَ أَبُو عِيسَى هَذَا حَدِيثٌ صَحِيحٌ غَرِيبٌ ‏.‏

अल-मिकदम बिन मदियाकरिब से रिवायत है: कि अल्लाह के रसूल (ﷺ) ने कहा: "शहीद के लिए अल्लाह के पास छह चीजें हैं। उसे रक्त के पहले प्रवाह के साथ माफ कर दिया जाता है (वह पीड़ित होता है), उसे स्वर्ग में अपना स्थान दिखाया जाता है, वह कब्र में सजा से सुरक्षित होता है , सबसे बड़े आतंक से सुरक्षित, गरिमा का ताज उसके सिर पर रखा गया है - और इसके रत्न दुनिया से बेहतर हैं और इसमें क्या है - उसने जन्नत के 72 हूरों के साथ शादी की है, और वह हो सकता है अपने सत्तर निकट सम्बन्धियों से मध्यस्थता की हो।"


(जामी अत-तिर्मिज़ी - खंड 3 पुस्तक 20, हदीस 1663)


  • وَعَنِ الْمِقْدَامِ بْنِ مَعْدِي كَرِبَ قَالَ: قَالَ رَسُولُ اللَّهِ صَلَّى اللَّهُ عَلَيْهِ وَسَلَّمَ: " لِلشَّهِيدِ عِنْدَ اللَّهِ سِتُّ خِصَالٍ: يُغْفَرُ لَهُ فِي أوَّلِ دفعةٍ وَيَرَى مَقْعَدَهُ مِنَ الْجَنَّةِ وَيُجَارُ مِنْ عَذَابِ الْقَبْرِ وَيَأْمَنُ مِنَ الْفَزَعِ الْأَكْبَرِ وَيُوضَعُ عَلَى رَأْسِهِ تَاجُ الْوَقَارِ الْيَاقُوتَةُ مِنْهَا خَيْرٌ مِنَ الدُّنْيَا وَمَا فِيهَا ويزوَّجُ ثنتينِ وَسَبْعِينَ زَوْجَةً مِنَ الْحُورِ الْعِينِ وَيُشَفَّعُ فِي سَبْعِينَ مِنْ أَقْرِبَائِهِ ". رَوَاهُ التِّرْمِذِيُّ وَابْنُ مَاجَهْ

अल-मिकदम बिन मदियाकरिब से रिवायत है: अल्लाह के रसूल ने कहा, "शहीद को अल्लाह से छह अच्छी चीजें मिलती हैं: उसके खून के पहले बहाए जाने पर उसे माफ कर दिया जाता है, उसे जन्नत में अपना निवास दिखाया जाता है, उसे कब्र में सजा से बचाया जाता है, उसे सबसे बड़े आतंक से सुरक्षित रखा जाता है, उसने अपने सिर पर सम्मान का मुकुट एक माणिक रखा है जो संसार से और उस में जो कुछ है, उस से भी उत्तम है, 
वह बड़ी काली आंखों वाली  72 हूरों के साथ शादी की है और  सत्तर कुटुम्बियों के लिथे विनती की है।”

 (मिश्कात अल-मसाबीह - पुस्तक  19, हदीस 46)



  • حَدَّثَنَا سُوَيْدٌ، أَخْبَرَنَا عَبْدُ اللَّهِ، أَخْبَرَنَا رِشْدِينُ بْنُ سَعْدٍ، حَدَّثَنِي عَمْرُو بْنُ الْحَارِثِ، عَنْ دَرَّاجٍ، عَنْ أَبِي الْهَيْثَمِ، عَنْ أَبِي سَعِيدٍ الْخُدْرِيِّ، قَالَ قَالَ رَسُولُ اللَّهِ صلى الله عليه وسلم ‏ "‏ أَدْنَى أَهْلِ الْجَنَّةِ الَّذِي لَهُ ثَمَانُونَ أَلْفَ خَادِمٍ وَاثْنَتَانِ وَسَبْعُونَ زَوْجَةً وَتُنْصَبُ لَهُ قُبَّةٌ مِنْ لُؤْلُؤٍ وَزَبَرْجَدٍ وَيَاقُوتٍ كَمَا بَيْنَ الْجَابِيَةِ إِلَى صَنْعَاءَ ‏"‏ ‏.‏

अबू सईद अल-खुदरी ने बताया कि अल्लाह के रसूल ने कहा: जन्नत के बहुत कम ही लोगो के पास 72 हूरे और 80,000 दास है। उनके लिए अल-जबिय्याह और सना के बीच मोती का तम्बू बनाया है।" और इस श्रृंखला के साथ, यह पैगंबर द्वारा देखा गया है कि : "जो जिहादी जन्नत में प्रवेश करने के  नियत से मर जाता है, युवा या बूढ़े, वे होंगे तीस वर्ष की अवस्था में जन्नत में वापस लाए गए, वे उस में कभी नहीं बढ़ेंगे, और इसी तरह आग के लोग।" और इस श्रृंखला के साथ, यह पैगंबर ने कहा: "उन पर मुकुट हैं, इसके कम से कम मोती पूर्व और पश्चिम के बीच क्या रोशन करेंगे।"

(जामी अत-तिर्मिज़ी - खंड 4 पुस्तक 12 हदीस 2562)




72 हूरों के साथ सेक्स  करने के लिए  सम्भोग शक्ति कितनी दी जाएगी इस्पे लिखा है-

حَدَّثَنَا مُحَمَّدُ بْنُ بَشَّارٍ، وَمَحْمُودُ بْنُ غَيْلاَنَ، قَالاَ حَدَّثَنَا أَبُو دَاوُدَ الطَّيَالِسِيُّ، عَنْ عِمْرَانَ الْقَطَّانِ، عَنْ قَتَادَةَ، عَنْ أَنَسٍ، عَنِ النَّبِيِّ صلى الله عليه وسلم قَالَ ‏"‏ يُعْطَى الْمُؤْمِنُ فِي الْجَنَّةِ قُوَّةَ كَذَا وَكَذَا مِنَ الْجِمَاعِ ‏"‏ ‏.‏ قِيلَ يَا رَسُولَ اللَّهِ أَوَيُطِيقُ ذَلِكَ قَالَ ‏"‏ يُعْطَى قُوَّةَ مِائَةٍ ‏"‏ ‏.‏ وَفِي الْبَابِ عَنْ زَيْدِ بْنِ أَرْقَمَ ‏.‏ قَالَ أَبُو عِيسَى هَذَا حَدِيثٌ صَحِيحٌ غَرِيبٌ لاَ نَعْرِفُهُ مِنْ حَدِيثِ قَتَادَةَ عَنْ أَنَسٍ إِلاَّ مِنْ حَدِيثِ عِمْرَانَ الْقَطَّانِ ‏.‏

अनस ने बताया कि अल्लाह के रसूल ने कहा  : "आस्तिक को जन्नत में संभोग ( सेक्स ) में  ताकत दी जाएगी।" पूछा गया: "ऐ अल्लाह के रसूल! और क्या वह ऐसा कर पाएगा?"रसूल ने कहा कि जन्नत में हर एक मोमिन को 100 मर्दों की सम्भोग शक्ति दी जाएगी .

जामी अत-तिर्मिज़ी - खंड 4, पुस्तक 12, हदीस 2536



कुछ अन्य प्रमाण


  • حَدَّثَنَا قُتَيْبَةُ بْنُ سَعِيدٍ، حَدَّثَنَا جَرِيرٌ، عَنْ عُمَارَةَ، عَنْ أَبِي زُرْعَةَ، عَنْ أَبِي هُرَيْرَةَ ـ رضى الله عنه ـ قَالَ قَالَ رَسُولُ اللَّهِ صلى الله عليه وسلم ‏"‏ إِنَّ أَوَّلَ زُمْرَةٍ يَدْخُلُونَ الْجَنَّةَ عَلَى صُورَةِ الْقَمَرِ لَيْلَةَ الْبَدْرِ، ثُمَّ الَّذِينَ يَلُونَهُمْ عَلَى أَشَدِّ كَوْكَبٍ دُرِّيٍّ فِي السَّمَاءِ إِضَاءَةً، لاَ يَبُولُونَ وَلاَ يَتَغَوَّطُونَ وَلاَ يَتْفِلُونَ وَلاَ يَمْتَخِطُونَ، أَمْشَاطُهُمُ الذَّهَبُ، وَرَشْحُهُمُ الْمِسْكُ، وَمَجَامِرُهُمُ الأَلُوَّةُ الأَنْجُوجُ عُودُ الطِّيبِ، وَأَزْوَاجُهُمُ الْحُورُ الْعِينُ، عَلَى خَلْقِ رَجُلٍ وَاحِدٍ عَلَى صُورَةِ أَبِيهِمْ آدَمَ، سِتُّونَ ذِرَاعًا فِي السَّمَاءِ ‏"

अल्लाह के रसूल (ﷺ) ने कहा, "लोगों का पहला समूह जो जन्नत में प्रवेश करेगा, पूर्णिमा की तरह चमक रहा होगा और जो लोग उनका अनुसरण करेंगे, वे आकाश में सबसे शानदार सितारे की तरह चमकेंगे। वे पेशाब नहीं करेंगे, प्रकृति को राहत देंगे , थूक, या कोई नाक स्राव नहीं  होगा। उनकी कंघी सोने की होगी, और उनके पसीने से कस्तूरी की तरह गंध आएगी। उनके केंद्रों में मुसब्बर की लकड़ी का उपयोग किया जाएगा। उनकी पत्नियां हूरे होंगी। वे सभी एक जैसे दिखेंगे और  पिता आदम (कद में  साठ हाथ लंबा ) की तरह उनकी लम्बाई होगी .

(सहीह बुख़ारी -खंड 4 पुस्तक 55 हदीस 544)



  • حَدَّثَنَا مُحَمَّدُ بْنُ الْمُثَنَّى، قَالَ حَدَّثَنِي عَبْدُ الْعَزِيزِ بْنُ عَبْدِ الصَّمَدِ، حَدَّثَنَا أَبُو عِمْرَانَ الْجَوْنِيُّ، عَنْ أَبِي بَكْرِ بْنِ عَبْدِ اللَّهِ بْنِ قَيْسٍ، عَنْ أَبِيهِ، أَنَّ رَسُولَ اللَّهِ صلى الله عليه وسلم قَالَ ‏"‏ إِنَّ فِي الْجَنَّةِ خَيْمَةً مِنْ لُؤْلُؤَةٍ مُجَوَّفَةٍ، عَرْضُهَا سِتُّونَ مِيلاً، فِي كُلِّ زَاوِيَةٍ مِنْهَا أَهْلٌ، مَا يَرَوْنَ الآخَرِينَ يَطُوفُ عَلَيْهِمُ الْمُؤْمِنُونَ ‏"‏‏.‏ ‏"‏ وَجَنَّتَانِ مِنْ فِضَّةٍ، آنِيَتُهُمَا وَمَا فِيهِمَا، وَجَنَّتَانِ مِنْ كَذَا آنِيَتُهُمَا، وَمَا فِيهِمَا، وَمَا بَيْنَ الْقَوْمِ وَبَيْنَ أَنْ يَنْظُرُوا إِلَى رَبِّهِمْ إِلاَّ رِدَاءُ الْكِبْرِ عَلَى وَجْهِهِ فِي جَنَّةِ عَدْنٍ ‏"‏‏

 रसूल (ﷺ) ने कहा, "जन्नत में साठ मील चौड़े एक खोखले मोती से बना एक मंडप है, जिसके प्रत्येक कोने में ऐसी हूरे हैं जो दूसरे कोनों में उन लोगों को नहीं देख पाएंगी; और ईमान वाले (मुस्लिम) उनसे मिलने और उनका आनंद  लेंगे (सम्भोग करेंगे) और दो बाग़ हैं, जिनके बर्तन और सामग्री चाँदी के बने हैं; और दो अन्य बाग़ हैं, जिनके बर्तन और सामग्री  सोने के बने हैं और कुछ भी लोगों को अदन की वाटिका में भी रहने से नहीं रोकेंगे सिवाय  अल्लाह के दर्शन करने से,  उसके मुख पर महामहिम के पर्दे के।"

(सहीह बुख़ारी -खंड 6 पुस्तक 60 हदीस 402)


कुरान और जन्नत


1-كَذَٰلِكَ وَزَوَّجْنَٰهُم بِحُورٍ عِينٍ
(कुरान-44: 54)
    ऐसा ही होगा, और हम उनकी शादी काली आंखों वाले हूरों से करेंगे।


    2- وَكَوَاعِبَ أَتْرَابًا

    (कुरान -78 : 33)

    नाशपाती के आकार के स्तनों वाली युवतियां जो समान उम्र की हैं (अपने जीवनसाथी के लिए)



    Note-इस आयत में (Kawa`ib) शब्द आया है जिसका मतलब गोल स्तन होता है पुराने अनुवादकों ने यही लिखा है लेकिन कुछ नए अनुवाद क ने इसका अर्थ जवान कर दिया है.



    3-مَّثَلُ ٱلْجَنَّةِ ٱلَّتِى وُعِدَ ٱلْمُتَّقُونَ ۖ تَجْرِى مِن تَحْتِهَا ٱلْأَنْهَٰرُ ۖ أُكُلُهَا دَآئِمٌ وَظِلُّهَا ۚ تِلْكَ عُقْبَى ٱلَّذِينَ ٱتَّقَوا۟ ۖ وَّعُقْبَى ٱلْكَٰفِرِينَ ٱلنَّارُ
    (कुरान -13:35)
    उस जन्नत का उदाहरण, जिसका वचन आज्ञाकारियों को दिया गया है, उसमें नहरें बहती हैं, उसके फल सतत हैं और उसकी छाया। ये उनका परिणाम है, जो अल्लाह से डरे और काफ़िरों का परिणाम नरक है।

    4- كُلُوا۟ وَٱشْرَبُوا۟ هَنِيٓـًٔۢا بِمَا كُنتُمْ تَعْمَلُونَ
    (कुरान -52 :19)
    खाओ और पियो मनमानी करो, उसके बदले में, जो तुम कर रहे थे।

    5-مُتَّكِـِٔينَ عَلَىٰ سُرُرٍ مَّصْفُوفَةٍ ۖ وَزَوَّجْنَٰهُم بِحُورٍ عِينٍ
    (कुरान - 52:20)
    तकिये लगाये हुए होंगे तख़्तों पर बराबर बिछे हुए तथा हम विवाह देंगे उनको बड़ी आँखों वाली हूरों  से।

    6-يَتَنَٰزَعُونَ فِيهَا كَأْسًا لَّا لَغْوٌ فِيهَا وَلَا تَأْثِيمٌ
    (कुरान - 52:23)
    वो एक दूसरे को शराब पिलायेंगे जिसमे कोई पाप की बात नहीं है

    7- يَطُوفُ عَلَيْهِمْ وِلْدَٰنٌ مُّخَلَّدُونَ
    (कुरान - 56:17)
    फिरते होंगे उनकी सेवा के लिए बालक, जो सदा (बालक) रहेंगे।

    8-بِأَكْوَابٍ وَأَبَارِيقَ وَكَأْسٍ مِّن مَّعِينٍ
    (कुरान - 56:18)
     प्याले तथा सुराह़ियाँ लेकर तथा मदिरा के छलकते प्याले।

    9-وَفَٰكِهَةٍ مِّمَّا يَتَخَيَّرُونَ
    (कुरान - 56:20)
    तथा जो फल वे चाहेंगे मिलेगा .

    10-وَلَحْمِ طَيْرٍ مِّمَّا يَشْتَهُونَ
    (कुरान - 56:21)
    तथा पक्षी का जो मांस वे चाहेंगे मिलेगा।

    12-فَجَعَلْنَٰهُنَّ أَبْكَارًا
    (कुरान - 56:20)
    और हमने हूरों को कुवारी बनाया है.

    13-مُتَّكِئِينَ عَلَىٰ فُرُشٍ بَطَائِنُهَا مِنْ إِسْتَبْرَقٍ ۚ وَجَنَى الْجَنَّتَيْنِ دَانٍ
     (कुरान - 55:54)
    जन्नत में बिस्तरों पर तकिये लगाये हुए होंगे, जिनके स्तर दबीज़ रेशम के होंगे और दोनों बाग़ों (की शाखायें) फलों से झुकी हुई

    14-فِيهِنَّ قَاصِرَاتُ الطَّرْفِ لَمْ يَطْمِثْهُنَّ إِنسٌ قَبْلَهُمْ وَلَا جَانٌّ
     (कुरान - 55:56)
    उनमें लजीली आँखों वाली हूरें होंगी, जिन्हें हाथ नहीं लगाया होगा किसी मनुष्य ने इससे पूर्व और न किसी जिन्न ने।

     

    जहन्नुम में काफिरों को क्या मिलेगा

     1-وَقُلِ الْحَقُّ مِن رَّبِّكُمْ ۖ فَمَن شَاءَ فَلْيُؤْمِن وَمَن شَاءَ فَلْيَكْفُرْ ۚ إِنَّا أَعْتَدْنَا لِلظَّالِمِينَ نَارًا أَحَاطَ بِهِمْ سُرَادِقُهَا ۚ وَإِن يَسْتَغِيثُوا يُغَاثُوا بِمَاءٍ كَالْمُهْلِ    يَشْوِي الْوُجُوهَ ۚ بِئْسَ الشَّرَابُ وَسَاءَتْ مُرْتَفَقًا
     (कुरान -18:29)
     आप कह दें कि ये सत्य है, तुम्हारे पालनहार की ओर से, तो जो चाहे, ईमान लाये और जो चाहे कुफ़्र करे, निश्चय हमने जहन्नुम में काफिरों के लिए ऐसी अग्नि तैयार कर रखी है, जिसकी प्राचीर  ने उन्हें घेर लिया है और यदि वे जल के लिए गुहार करेंगे, तो उन्हें पिघला हुवा पीतल दिया जायेगा, जो मुखों को भून देगा, वह क्या ही बुरा पेय है और वह क्या ही बुरा विश्राम स्थान है!


    2-إِنَّ الَّذِينَ كَفَرُوا بِآيَاتِنَا سَوْفَ نُصْلِيهِمْ نَارًا كُلَّمَا نَضِجَتْ جُلُودُهُم بَدَّلْنَاهُمْ جُلُودًا غَيْرَهَا لِيَذُوقُوا الْعَذَابَ ۗ إِنَّ اللَّهَ كَانَ عَزِيزًا حَكِيمًا
     (कुरान -4:56)
    जिन लोगों ने हमारी आयतों का इनकार किया, उन्हें हम जल्द ही जहन्नुम की आग में झोंकेंगे। जब भी उनकी खालें पक जाएँगी, तो हम उन्हें दूसरी खालों में बदल दिया करेंगे, ताकि वे यातना का मज़ा चखते ही रहें। निस्संदेह अल्लाह प्रभुत्वशाली, तत्वदर्शी है।


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